उग्रियावास तह. दूदू मै पुलिस व जनता के मोर डूंगर बीच हुए संघर्ष के क्रम में
आज दिनांक 2.07.2013 को उग्रियावास के निकट मोर डूगर खनन स्थल पर हुई आगजनी, पुलिस के साथ हुई मारपीट व ग्रामीणों की गिरफ्तारी का पता लगने, निर्दोष लोगों के जवरदस्त गिरफ्तार करने व पुलिस द्वारा ग्राम उग्रियावास मे भय का आतंक की खबर सुनकर समाज के लोगों से वास्तविक स्थिति का पता करने ग्राम उग्रियावास जाकर ग्रामीणों से सम्पर्क किया।
सम्पर्क करने पर ज्ञात हुआ कि मोर डूंगर पर धरने का कार्यक्रम 25 दिन से चल रहा था किन्तु किसी उच्च पदस्थ अधिकारी या नेता ने ग्रामीणों की खोज खबर या समझाईश का प्रयास नही किया। अगर समय रहते प्रशासन सचेष्ट रहता एवं समय पर सही तरीके से मध्यस्थता करता तो इस प्रकार की घटना नही घटती ।
उग्रियावास का संरपच जो जन प्रतिनिधि भी है बिना सक्षम प्राधिकारी के ध्यान में लाये गिरफ्तार किया वह असंवैधानिक है।
ग्राम में दहसत का माहौल फैलाना, चलतें राहगीरो, निरपधारी औरतों को गिरफ्तारी करना निन्दनीय है। अगर समय रहते सरकार ज्यादती नही रोकी तो समाज एकजुट होकर इसका विरोध करेगा।
(हरिनारायण बैरवा)
राष्ट्रीय अध्यक्ष