संसद सदस्य श्री अर्जुन मेघवाल,भारत के संविधान की सच्चे रक्षक।
माननीय नितिन गडकरी,
राष्ट्रीय अध्यक्ष,
भारतीय जनता पार्टी
नई दिल्ली ।
उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि लोकसभा सांसद श्री अर्जुन मेघवाल द्वारा हाल ही राजस्थान की राजधानी जयपुर में अनुसूचित जाति जनजाति आरक्षण मंच द्वारा 3 जून 2012 को आयोजित कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में भारत के संविधान में प्रदत्त अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लिए किये गये आरक्षण प्रावधानों के सम्बन्ध में जानकारी दी थी। लेकिन कुछ तथाकथित संगठनों एवं समाज विरोधी तत्वों द्वारा मीडिया के माध्यम से समाज में सामाजिक समरसता को बिगाडने की मंषा से अनर्गल प्रचार किया जा रहा है कि श्री मेघवाल ने माननीय न्यायालय का अपमान किया है। जबकि श्री मेघवाल की न्यायालय एवं संविधान के सम्मान को ही बढाया है।
श्री अर्जुन मेघवाल ने अपने अल्पकाल मेें ही लोकसभा में अनेक राष्ट्रीय एवं जनहित के मुद्दे उठाये है। जिनसे हमारी लोकतांत्रिक परम्पराओं की देष एवं विदेष में सराहना की गयी है। इसी परिपेक्ष्य में सांसद श्री अर्जुन मेघवाल को सर्वश्रेष्ट सासंद के रूप में चुना गया है और लोकसभा अध्यक्ष माननीया श्रीमती मीरा कुमार ने सम्मानित भी किया है। श्री मेघवाल लोकसभा की विभिन्न समितियों के सदस्य के रूप में विदेष यात्राओं के दौरान भी देष का परचम लहराया है।
अतः एक बार पुनः निवेदन है कि तथाकथित देष एवं समाज विरोधी संगठनों द्वारा माननीय सांसद श्री मेघवाल के विरूद्ध किये जा रहे दुष्प्रचार को रोकने एवं इन संविधान विरोधी संगठनों पर प्रतिबन्ध लगवाने की कृपा करे।
श्री अर्जुन मेघवाल लोकसभा सदस्य है लोकसभा/राज्यसभा संसद का निर्णय होता है। संसद को संविधान मे संशोधन करने का अधिकार है। जनता की मांग पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय यदि विपरित आ गया है तो जनता की मंाग पर संसद सदस्य को संविधान मे संशोधन कराने का पूर्व अधिकार है अतः जो व्यक्तव्य दिया गया वह संविधान सम्मत है।
भवदीय
(हरिनारायण बैरवा)
राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिल भारतीय बैरवा महासभा